- आज आर्थिक असमानता 80 साल पहले के ब्रिटिश इन्डिया से भी ज़्यादा.
- भाजपा के कुशासन ने सुन्दर शहर चण्डीगढ़ को बर्बाद किया
चंडीगढ़ कांग्रेस ने भाजपा के 11 साल के कुशासन की कड़ी आलोचना करते हुए केन्द्र की भाजपा सरकार पर पूरे भारत की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार देने का आरोप लगाया है।
चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि भाजपा की सरकार के 11 साल के कुशासन के कारण आज पूरे देश का ग्रामीण इलाका संकटग्रस्त है और देश के शहरों को प्रदूषण युक्त, न रहने लायक गन्दी बस्तियों में बदल दिया है।उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के लोगों से बेहतर कौन जानता हैं कि भाजपा के 11 साल के कुशासन ने इस महान शहर को कहां से कहां पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि “जिस शहर को केवल 11 वर्ष पहले दुनिया भर में सिटी ब्यूटीफुल के रूप में जाना जाता था, वह आज टूटी सड़कों, प्रदूषण, ट्रैफ़िक जाम और जगह जगह गन्दगी के ढेरों वाले शहर में बदल चुका है। चण्डीगढ़ के नागरिक जीवन में गिरावट वर्ष 2014 में शुरू हुई, जब भाजपा ने आम चुनाव जीता। अब, शहर हर मोर्चे पर समस्याओं का सामना कर रहा है, जिसमें धन की भारी कमी, यातायात और पार्किंग की समस्या और इसके निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में समग्र गिरावट शामिल है”। उन्होंने आगे कहा कि एक वर्ष पूर्व जीते कांग्रेसी सांसद मनीष तिवारी चण्डीगढ़ को वापस पटरी पर लाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं पर उसमें भी भाजपा के केन्द्रीय नेता एवं मंत्री जानबूझकर रोड़े अटका रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर पर केंद्र की भाजपा सरकार के निराशाजनक प्रदर्शन को छिपाने के लिए झूठे और भ्रामक आंकड़े पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि शहर के भाजपा के मेयर को अपने वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए भीख का कटोरा लेकर आम जनता से धनराशि इकट्ठा करनी पड़ी। उन्होंने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ की जनता के सामने झूठे आंकड़े पेश करने के लिए दिल्ली से आए भाजपा के मंत्री को चंडीगढ़ की जनता की थोड़ी सी भी चिंता होती तो, वह नगर निगम को वित्तीय संसाधनों की कमी से निपटने के लिए कुछ राशि मंजूर करवा के जाते।
केंद्र सरकार की विभिन्न विफल परियोजनाओं के संबंध में केन्द्रीय मंत्री द्वारा पेश किए गए अतिरंजित आंकड़ों को केवल झूठ का पुलिंदा बताते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जमीनी स्तर पर वास्तविक स्थिति बहुत ही भयावह है। देश में बढ़ती आर्थिक असमानता के स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष 1% भारतीय देश की कुल आय का 23% कमाते हैं और नीचे के 50% लोग केवल कुल आय का 15% ही कमा पा रहे हैं। देश में आर्थिक असमानता पिछले 100 वर्षों में आज सबसे अधिक है। इस संबंध में स्थितियां आज की तुलना में 80 साल पहले के ब्रिटिश भारत में भी बेहतर थी। उन्होंने कहा कि आर्थिक असमानता में ऐसी अभूतपूर्व वॄद्धि इसलिए हो पाई क्योंकि पिछले 11 सालों में भाजपा ने सुनियोजित तरीके से केवल अति धनाढ्य और अमीर लोगों के लिए ही काम किया है और किसानों, मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों को नुकसान पहुंचाते हुए लगभग सभी सार्वजनिक संपत्तियां और कारोबार अमीर उद्योगपतियों के हाथों में सौंप दिए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने केंद्रीय मंत्री और अन्य भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे आम लोगों से बात करके उनकी समस्याओं और कठिनाइयों के बारे में जानें और उनके उत्थान के लिए नीतियां बनाएं, अन्यथा देश में व्याप्त आर्थिक संकट और भी गहरा कर देश के आर्थिक विनाश का कारण बन सकता है।