Chandigarh
चंडीगढ़ कांग्रेस ने चंडीगढ़ नगर परिषद के मनोनीत पार्षद अनिल मसीह को निगम से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की है।
चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने आज यहां कहा कि जब अनिल मसीह सदन की बैठक में आते हैं और वहां आकर हंगामा करते हैं, तो चण्डीगढ़ निवासियों के ज़हन में पिछले मेयर चुनाव की दुर्भाग्यपूर्ण यादें ताजा हो जाती हैं, जब मतगणना के दौरान उनके द्वारा खुलेआम वोट चोरी करने के कारण चण्डीगढ़ शहर की दुनिया भर में बदनामी हुई थी।
उल्लेखनीय है कि मेयर चुनाव कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में कार्य करते हुए अनिल मसीह ने भाजपा के मेयर उम्मीदवार को अवैध जीत दिलाने के लिए खुलेआम मतपत्रों से छेड़छाड़ की थी, जिसकी विडियो सुप्रीम कोर्ट में खचाखच भरी अदालत में चलाई गई थी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने मसीह के अनुचित कृत्यों का संज्ञान लिया है और उस पर कार्यवाई अभी लम्बित है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने शिकायत दर्ज होने के बावजूद उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है। उन्होने आरोप लगाया कि आज निगम की बैठक में भाजपाई पार्षदों द्वारा मसीह के समर्थन में उतरने से भाजपा का लोकतंत्र विरोधी चेहरा एक बार फिर से उजागर हो गया है।
कांग्रेस पार्टी ने पुरजोर मांग की है कि मसीह को मनोनीत पार्षद के पद से तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति निगम के मेयर चुनाव के दौरान वोट चुराने का प्रयास करने की हिम्मत न कर सके।