चंडीगढ़। चंडीगढ़ कांग्रेस ने आज यहां सड़कों पर उतर कर चण्डीगढ़ प्रशासन के विरूद्ध एक ज़ोरदार प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए चंडीगढ़ उद्योग संयुक्त मंच की मांगों के प्रति अपना पूरा समर्थन और एकजुटता व्यक्त की है।
चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के नव मनोनीत प्रशासक से आग्रह किया कि वे चंडीगढ़ के लोगों के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करने के लिए प्रशासक की सलाहकार परिषद की तत्काल बैठक बुलाएं, जिसमें आवासीय इकाइयों में आवश्यकता आधारित बदलाव, औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों को फ्री होल्ड में बदलना, एफएआर में वृद्धि, घरों की फ्लोर वाइस रजिस्ट्री और मामूली उल्लंघनों पर अनुचित दंड का सवाल और दस साल से सभी लम्बित मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके। उन्होंने कहा कि यह बड़े अफ़सोस का विषय है कि कई महीनों से सलाहकार परिषद की बैठक नहीं बुलाई गई है और पिछले प्रशासक लगातार मनमाने और जनविरोधी फ़ैसले लेते रहे हैं.
स्थानीय जनता की जायज मांगों के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण रखने के लिए भाजपा के केंद्रीय नेताओं के चंडीगढ़ विरोधी रवैये की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्थानीय भाजपा के नेता वर्षों से इन सभी मुद्दों पर चण्डीगढ़ शहर को गुमराह कर रहे हैं, जबकि उन्हें पता है कि उनकी पार्टियों के राष्ट्रीय नेता शहर की जायज मांगों के विरोध में शुरू से ही खड़े रहे हैं।