- पांचवे चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल में गीत को किया गया सम्मानित
- आनन्द रिकॉर्ड्स द्वारा प्रस्तुत एवं बाबा गुलाब सिंह जी की मधुर आवाज में गाया गया मधुर गीत दे रहा है समाज को एक सन्देश
दिनाक 27 अप्रैल दिन रविवार को एक बहुत ही मधुर गीत मतलब को पांचवें चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट म्यूज़िक एल्बम के खिताब से नवाजा गया। इस गाने के गायक विश्व प्रसिद्ध गायक बाबा गुलाब सिंह जी है। इस गीत के डायरेक्टर गगी सिंह जी , इस गीत के बोल जाने माने लेखक संजीव आननद जी द्वारा लिखित है , इसके म्यूजिक कंपोजर अमदाद अली जी है, प्रोड्यूसर हर्षित आनन्द जी एवं कास्टिंग डायरेक्टर ज्योति सहगल जी हैं। इस गीत में पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के जानें माने कलाकर मलकीत रौनी जी ने बतोर कलाकर भूमिका निभाई है। इस गीत में बाबा गुलाब सिंह जी द्वारा समाज को एक बहुत अच्छा संदेश दिया गया है । संजीव आनन्द जी जाने माने लेखक , म्यूजिक कंपोजर है जिन्होंने पंजाबी संगीत उद्योग में अनगिनत गीत किए है। एक के बाद एक हिट गाने देने के बाद संजीव आनंद जी ने यह मधुर गीत लिखा है जो लोगो के दिलो को छू रहा है। लोग इसे बहुत पसंद कर रहे है इस गीत को आए अभी कुछ ही समय हुआ है और इसके 17 मिलियन से ऊपर व्यूज हो चुके है।
इस गाने के वीडियो डायरेक्टर गगी सिंह जी ने इस गाने में बहुत अच्छा निर्देशन किया है। गगी सिंह जी पिछले 30 सालों से वीडियो डायरेक्टर का काम कर रहे हैं और अभी तक सैकड़ों गीत , मूवीज , शॉर्ट फिल्म, वेब सीरीज कर चुके है। पूरी टीम ने इस गीत में बहुत मेहनत की है । कास्टिंग डायरेक्टर ज्योति सहगल जी ने बताया कि वह पिछले 9 — 10 सालो से फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग का काम कर रही है उन्होंने सैकड़ों पंजाबी , हिंदी , हरयाणवी गानों एवम कई बॉलीवुड मूवीज, शॉर्ट मूवीज, वेबसरीज में कास्टिंग कॉर्डिनेटर का काम किया है उन्होंने बताया की वह डायरेक्टर गगी सिंह जी के साथ कई प्रोजेक्ट कर चुकी है गगी सिंह जी एक बहुत ही मेहनती एवम अनुभवी डायरेक्टर है इनके साथ काम करके मुझे बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है। इस मौके पर जाने माने संगीतकार एवं कलाकार कामराज कर्मा जी भी अपनी पूरी टीम के साथ शुभकामनाएं देने के लिए पहुंचे।
गगी सिंह ने बताया कि यह गीत हमे संदेश देता है कि हमें अपने मां बाप की सेवा करनी चाहिए , उनके कदर करनी चाहिए हम उस वक्त उन्हें वृद्ध आश्रम में छोड़ आयेगी जिस वक्त उन्हें सबसे जायदा हमारी जरूरत होती है । इसके साथ ही एक संदेश ओर भी है कि कर्मा घूमकर जरूर आता है जैसा हम अपने मां बाप के साथ करते है उसकी सजा हमे जरूर मिलती वही सीख हमारे बच्चे सीखते है और वह भी हमारे साथ वही दोहराते है जो हमने अपने मां बाप के साथ किया होता है। इसलिए बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए मिलजुलकर रहना चाहिए। इसके साथ ही संजीव आनन्द जी ने कम्पनी की तरफ से पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।