पंचकूला, 9 जून: वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे के अवसर पर पारस हेल्थ पंचकूला ने लोगों को ब्रेन ट्यूमर के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष पहल की। विशेषज्ञों ने बताया कि समय पर पहचान और उचित इलाज से इस गंभीर बीमारी से जीवन बचाया जा सकता है।
वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ. आशीष गुप्ता ने कहा, “लगातार सिरदर्द, धुंधली दृष्टि या दौरे आना ब्रेन ट्यूमर के संकेत हो सकते हैं। मरीज को ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत जांच करानी चाहिए।” उन्होंने बताया कि आधुनिक न्यूरो तकनीकों जैसे न्यूरोनेविगेशन और मिनिमली इनवेसिव सर्जरी के जरिए अब इलाज ज्यादा सटीक और सुरक्षित हो गया है।
डॉ. अनिल ढींगरा, डायरेक्टर न्यूरोसर्जरी ने बताया कि हाल ही में एक 29 वर्षीय युवक को तेज़ सिरदर्द और भ्रम की हालत में इमरजेंसी में लाया गया। जांच में दिमाग के फ्रंटल लोब में बड़ा ट्यूमर पाया गया। जटिल सर्जरी 24 घंटे चली और ट्यूमर पूरी तरह निकाल दिया गया। अब मरीज सामान्य जीवन जी रहा है।
डॉ. ढींगरा ने कहा, “हमारा लक्ष्य न केवल इलाज करना है, बल्कि लोगों को शिक्षित कर ब्रेन से जुड़ी बीमारियों की झिझक को भी दूर करना है। समय पर कदम उठाना जीवन रक्षक हो सकता है।”
पारस हेल्थ पंचकूला ने ब्रेन हेल्थ को प्राथमिकता देने और किसी भी संदिग्ध लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की अपील की।