- जन सुविधाओं के पोर्टल सुचारू रूप से हमेशा काम करें
चंडीगढ़
पंजाब में किराएदारों की वेरिफिकेशन हेतु सांझ केंद्र पुलिस के पास आवेदन देना आसमान से तारे तोड़ लाने जैसा मुश्किल काम है । जसपाल सिंह समाजसेवी ने पंजाब में आप की मान सरकार से मांग की है कि किराएदारों की वेरिफिकेशन प्रक्रिया को आसान किया जाए ।
जसपाल सिंह ने कहा कि पुलिस आया हर रोज स्थानीय निवासियों को किरायेदारों की सूचना देने के लिए चेतावनियां देती है लेकिन साथ ही इस प्रक्रिया को हर रोज जटिल बना रही है ताकि जन सामान्य को परेशानी हो ।
पहले सांझ केंद्र पर किराएदारों की सूचना देने के लिए आसान फॉर्म और ₹50 फीस देनी पड़ती थी अब फीस बढ़ाकर ₹200 कर दी गई । किरायेदारों की सूचना देने के लिए फार्म में बार-बार तब्दीलियां की जा रही है ।
अगर कोई ऑनलाइन वेरीफिकेशन फॉर्म देने की कोशिश करता है तो पंजाब सरकार सांझ केंद्र का सर्वर आमतौर पर नकारा मिलता है । किराएदार वेरीफिकेशन फॉर्म में लोकल रेफरेंस मांगा गया है । सोचिए भारत के दूसरे प्रदेशों से पंजाब में कारोबार करने के लिए या पढ़ने के लिए आने वालों को लोकल रेफरेंस कैसे मिलेगा अगर वह पहली बार पंजाब में पढ़ने के लिए या काम करने के लिए आ रहे हैं ।
सांझ केंद्र द्वारा जारी फार्म में नेटिव प्लेस रिफरेंस का टेनेंट कॉलम में अगर परिवार की किसी मेंबर का जिक्र कर दे तो भी सांझ केंद्र वाले फार्म जमा करने से मना कर देते हैं । सोचिए अगर परिवार के मेंबर पंजाब में आने वाले अपने अन्य मेंबर की जिम्मेदारी लेते हैं तो इसमें गलत क्या है ।
पहले कोई भी किराएदार की वेरिफिकेशन के फॉर्म सांस के अंदर पर जमा करवा सकता था लेकिन अब केवल मात्र मकान मालिक को आने के लिए मजबूर किया जाता है । अगर मकान मालिक बीमार है या वृद्ध है चलने फिरने में नाकाम है तो उसकी मदद कौन करेगा । पहले आवेदन पर केवल मात्र किराएदार की तरफ से हस्ताक्षर किए जाते थे अब फार्म में यह तो स्पष्ट नहीं की किस-किस के हस्ताक्षर होंगे लेकिन सांझ केंद्र पर बैठे कर्मचारी अगर किराएदार जाए तो बहाना बनाते हैं की मकान मालिक के हस्ताक्षर करवाओ ।
पंजाब की पवित्र भूमि परोपकार के लिए जानी जाती है, हो सकता है कि भारत के दूसरे शहरों व गाँव से पंजाब में आने वाले जरूरतमंदों के लिए कोई परोपकार के नजरिए से मुफ्त में सेवा दे रहा हो । अब वेरीफिकेशन फॉर्म के साथ किरायानामा लगाना जरूरी है । इसके साथ जमीन की प्लांट की मकान की रजिस्ट्री लगाना भी जरूरी कर दिया गया सोचो अब कोई पुश्तैनी घर की रजिस्ट्री कहां से लाएंगे क्या इसमें किराएदार नहीं रख पाएंगे ?
समाजसेवी जसपाल सिंह ने पंजाब में आप की भगवंत मान सरकार से मांग की है कि पंजाब के निवासियों व बाहर से आने वालों की सुविधा के लिए किराएदार वेरीफिकेशन फॉर्म में सुधार किया जाए इसे सरल बढ़ाया जाए । फार्म में केवल मात्र किराएदार के परिवार के निवास के साथ-साथ पंजाब में किराएदार के किराए वाले निवास बारे पूछा जाए । बाकी बेकार की शर्तों को हटा दिया जाए । जसपाल सिंह ने मांग की है की जन सुविधाओं के लिए पोर्टल सुचारू रूप से हमेशा काम करता रहे ताकि जनता ऑनलाइन जन सुविधाओं का लाभ उठा सके ।