खालसा कॉलेज, मोहाली में “एआई क्रांति: समाज का रूपांतरण और भविष्य का निर्माण” विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

 

मोहाली, 26 अप्रैल 2025: “एआई क्रांति: समाज का रूपांतरण और भविष्य का निर्माण” (एआई रेवोल्यूशन:ट्रांस्फोर्मिंग सोसाइटी एंड शेपिंग द फ्यूचर) विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन खालसा कॉलेज (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज, फेज 3ए, मोहाली में प्रिंसिपल डॉ. हरीश कुमारी के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमें 30 से अधिक रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए गए।

सम्मेलन के विशेष अतिथि इंस्पेक्टर अमनदीप कौर, एसएचओ, साइबर क्राइम, मोहाली और डॉ. तरनजीत कौर, एसोसिएट प्रोफेसर, एसजीएसएस कॉलेज, सेक्टर 26, चंडीगढ़ रहे। ऑस्ट्रिया के लेनस फार्मा के प्रबंध निदेशक अल्बर्ट हैनसेन ने वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन में शामिल होकर गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में सहभागिता की।

डीन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी डॉ. सुशील नारंग ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. हरप्रीत राय, डायरेक्टर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट, दोआबा ग्रुप ऑफ कॉलेजेस ने की, जबकि समापन सत्र की अध्यक्षता अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर – राइज, सीजीसी लांद्रां के सीईओ डॉ. अमरेश कुमार ने की। ऑस्ट्रेलिया के सेंट जॉर्ज बैंक की कस्टमर सर्विस स्पेशलिस्ट नेहा सिंह ने भी सम्मेलन में वर्चुअल रूप से भाग लिया और विषय पर अपने विचार सांझे किए। कॉलेज की प्रिंसिपल ने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया।

सम्मेलन का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके बाद गणमान्य अतिथियों ने “एआई क्रांति: समाज का रूपांतरण और भविष्य का निर्माण” विषय पर अपने विचार सांझे किए।

अपने संबोधन में इंस्पेक्टर अमनदीप कौर ने युवाओं को साइबर जागरूक बनने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सुरक्षित एवं नैतिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे एआई तेजी से विकसित हो रहा है, इसका जिम्मेदाराना उपयोग सुनिश्चित करना भी उतना ही जरूरी है।

डॉ. सुशील नारंग ने अपने वक्तव्य में कहा कि एआई न केवल नई नौकरियों के अवसर पैदा करेगा, बल्कि सामाजिक ढांचे को भी नए सिरे से परिभाषित करेगा।

तकनीकी सत्र की अध्यक्षता करते हुए डॉ. हरप्रीत राय ने छात्रों को एआई को केवल एक तकनीक नहीं, बल्कि अपार अवसरों के द्वार के रूप में देखने के लिए प्रेरित किया।

डॉ. अमरेश कुमार ने एआई की असीम संभावनाओं को रेखांकित किया और कहा कि इसके प्रभावी उपयोग से भारत को वैश्विक नेतृत्व प्रदान किया जा सकता है।

सम्मेलन के समापन पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ हरीश कुमारी ने प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को भविष्य की तकनीकों के प्रति जागरूक करना और उन्हें एक जिम्मेदार इनोवेटर बनाना है।

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