प्रेस नोट
07.01.2024
चंडीगढ़ कांग्रेस ने चंडीगढ़ नगर निगम (कार्य संचालन एवं संचालन) विनियम, 1996 के विनियम 6(6-16) में संशोधन के लिए सदन के प्रस्ताव को प्रशासक द्वारा मंजूरी दिए जाने का इंतजार किए बिना आज यहां मेयर चुनाव की अधिसूचना जारी किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
चंडीगढ़ के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने बताया कि विनियम 6(6-16) में प्रावधान है कि जब दो या दो से अधिक उम्मीदवार मेयर चुनाव लड़ते हैं, तो मतदान गुप्त मतदान द्वारा बैलेट पेपर के माध्यम से किया जाएगा। सीक्रेट बैलेट को निरस्त करने और चुनावों में पारदर्शिता लाने के लिए अक्टूबर 2024 में सदन ने हाथ उठाकर खुले तौर पर चुनाव कराने का प्रस्ताव पास किया था, जिसका भाजपा पार्षदों ने उस वक्त भी विरोध किया था। चंडीगढ़ के लोगों ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए इसे नगर निगम में चुनाव प्रक्रिया को स्वच्छ और ईमानदार बनाने के उद्देश्य से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी द्वारा उठाया गया एक साहसिक कदम बताया था, लेकिन भाजपा के लगातार दबाव के कारण प्रशासन ने इस क्रांतिकारी प्रस्ताव को मंजूरी देने में देरी की।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि भाजपा अपने मेयर पद के उम्मीदवार के चयन में कई आंतरिक समस्याओं का सामना कर रही है और उस पर अपने पार्षदों के विद्रोह का खतरा मंडरा रहा है। इसलिए भाजपा सारी मर्यादाओं और लोकतांत्रिक परम्पराओं को ताक पर रख कर चुनाव में खरीद-फरोख्त और अन्य चुनावी गड़बड़ियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जैसा कि उन्होंने पिछले साल के चुनावों के दौरान किया था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह खेद की बात है कि सदन के प्रस्ताव को मंजूरी न देकर प्रशासक ने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को उसके चुनावी गड़बड़ियां करने की उसकी कोशिशों में उसकी मदद ही की है।
कांग्रेस पार्टी ने उम्मीद ज़ाहिर की कि आम आदमी पार्टी के साथ उसके गठबंधन को सदन में पर्याप्त बहुमत प्राप्त है और भाजपा द्वारा मेयर पद हथियाने के प्रयासों के बावजूद, कांग्रेस-आप गठबंधन के तीनों उम्मीदवार आसानी से जीत जाएंगे।