भगवान श्री कृष्ण रुक्मणि विवाह धूम धाम से मनाया गया

 

आओ मेरी सखियो मुझे मेहँदी लगा दो,
मेहँदी लगा दो, मुझे सुन्दर सजा दो,
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो

चंडीगढ़ ( ) श्रीमद्भागवत कथा कमेटी प्रोग्रेसिव एवं अन्य सोसाइटी समस्त सदस्यों द्वारा पार्क नजदीक फ्लैट नंबर 1631 प्रोग्रेसिव सोसाइटी सेक्टर 50-B चंडीगढ़ मे आयोजित श्रीमद् भागवत कथा मे कथा व्यास श्री विजय शास्ती जी
ने अपनी अमृतमयी वाणी से कथा मे द्वारा श्रीमद्भागवत कथा प्रारंभ करते हुए भगवान की अनेक लीलाओं मे कंस वध में श्रेष्ठतम लीला रास लीला का वर्णन किया भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य महारास लीला का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। महाराज द्वारा कथा सुनाते हुए भगवान श्रीकृष्ण के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए बताया कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी। रुक्मणी श्री कृष्ण विवाह प्रसंग कथा ओर भजनो के माध्यम से बताया

आओ मेरी सखियो मुझे मेहँदी लगा दो,
मेहँदी लगा दो, मुझे सुन्दर सजा दो,
मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हन बना दो,,,,

सावरा मेरा सावरा मेरा सावरा
लूट के ले गया दिल ज़िगर सावरा जादूगर,,,,,,,

मेरे श्याम की शादी है, ऐसा लगता है सारे, ब्रजधाम की शादी है, आज मेरे श्याम की शादी हैं।।,,,,,,

“मोहन से दिल क्यूं लगाया है यह में जानू या वो जाने”

भजनों के साथ भगत नृत्य करने लगे।कथा मे सोसाइटी एव टॉयसिटी के भगतों सहित महिला संर्कीतन मण्डली के सदस्यों ने उपस्थिति दी कार्यक्रम उपरान्त प्रसाद भण्डारा वितरित किया गया

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