चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी ने आज से दो दिवसीय “पंजाबी लोक गीत उत्सव” का शुभारंभ किया। यह उत्सव 20 और 21 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है।
पहले दिन, 20 अगस्त को, त्रिवेणी कला साधना तथा वॉइस ऑफ चंडीगढ़ के प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत ममता चावला जी की प्रस्तुति से हुई, जिसमें उन्होंने “कंगनी ववन ते दुखन मेरा”, कंघी वावा ते दुखन मेरे बाल “चिट्टी मेरी वीणी” और “निका मोटा बाजरा” जैसे गीत प्रस्तुत किए। इसके बाद त्रिवेणी कला साधना कार्यशाला (संगीत) के प्रतिभागियों में से ममता चावला और जन्नत ने “सोने दा चौबारा” गीत की प्रस्तुति दी।
आगे कार्यक्रम में पंजाबी लोक गीतों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ हुईं। जसरीत और जसप्रीत ने अपनी गायन प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने “मैनू ता एसा माहि”, “चरख़े दी हुक”, “पहला तेरे नैन मै देखे”, “गेडा गिद्दे विच”, “छल्ला”, और “हीर दी कली” जैसे लोकप्रिय गीत प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर सुनील बब्बर मशहूर हॉलीवुड फिल्म मेकर, सुनील बोनवाल भूतपूर्व कमिश्नर लेबर डिपार्मेंट, श्री राहुल महाजन,आर पी मल्होत्रा और डॉ कमलजीत कौर हेड ऑफ़ द डिपार्टमेंट वाईपीएस स्कूल मोहाली के साथ साथ विक्रांत सेठ (कार्यवाहक अध्यक्ष, चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी), पंडित विनोद पवार मशहूर सारंगी वादक भी उपस्थित रहे।
