किन्नर मंदिर में कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू

  • मंदिर में श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना कर मंगलकामना की

चंडीगढ़: शक्ति व साधना का पर्व शारदीय नवरात्र की शुरुआत गुरुवार को कलश स्थापना के साथ हो गयी है। मंदिरों व घरों में लोगों ने कलश की स्थापना की है। नवरात्र के पहले दिन जय माता किन्नर मंदिर बापूधाम सेक्टर 26 में भी मंदिर की प्रमुख महंत कमली माता की मौजूदगी में कलश स्थापना के साथ मां की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की गई।मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा-अर्चना के लिए लगी रही। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की। शुक्रवार को मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी देवी की आराधना की जाएगी। मंदिर में विश्व कल्याण के लिए संपुष्ट पाठ किया जा रहा है। मां के दरबार को को भी बेहद ही आकर्षक और मनमोहक रूप से सजाया गया है। मंदिर में अखंड दीपक जलाये गए हैं। दीपक की ज्योति शुद्व देसी घी से प्रज्वलित की गई है।।

जय माता किन्नर मंदिर की प्रमुख महंत कमली माता ने बताया कि आज गुरुवार से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गई है। मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ पहले कलश की स्थापना की गई और इसके बाद माता के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की आराधना की गई। उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा को लेकर माहौल भक्तिमय बन गया है। नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जायेगी और सुख-समृद्धि की कामना की जायेगी। नवरात्र को लेकर मंदिर को भव्य और आकर्षक रूप सजाया गया है। मंदिर के पुजारियों द्वारा फूलों व रंग-बिरंगी लाइटों से मां के मंदिर को आकर्षक रूप दिया गया है। नौ दिनों तक मंत्रोच्चार से वातावरण गुंजायमान रहेगा।उन्होंने आगे बताया कि मंदिर में कलश स्थापना के साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया गया है। उन्होंने कहा कि माना जाता है कि मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। मान्यता हैं कि माता शैलपुत्री की उपासना से मानव में आध्यात्मिक जागरूकता का संचार होता हैं।

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