पंचकूला:–सतयुग दर्शन ट्रस्ट (रजि.) ने आज से अपने “विश्वस्तरीय निष्काम सेवा अभियान” का शुभारंभ किया है। जिसका उद्देश्य समाज के बेसहारा, जरूरतमंद और पीड़ित वर्ग तक भोजन, वस्त्र और आर्थिक सहायता पहुँचाना है। यह सेवा अभियान भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी ट्रस्ट के समर्पित सदस्यों और सहयोगियों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत ट्रस्ट ने अपने सभी सदस्यों सहित समाज के समृद्ध लोगों से अपील की है कि वे अपनी एक महीने की आय इस नेक कार्य में समर्पित करें। इस आय का उपयोग जुलाई माह के दौरान जरूरतमंदों को गली-गली, मोहल्लों व दूर-दराज के गाँवों में ढूँढ-ढूँढ कर भोजन, वस्त्र और सहायता राशि प्रदान करने में किया जा रहा है।
संस्था के सहयोगीजन इस कार्य को आत्मीयता व प्रसन्नता के साथ अंजाम दे रहे हैं। जिससे यह सेवा अभियान एक जन-आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। ट्रस्ट के प्रवक्ता ने बताया कि यह सेवा केवल ट्रस्ट के सदस्यों तक सीमित नहीं है – कोई भी इच्छुक व्यक्ति इसमें भाग लेकर मानव सेवा का पुण्य लाभ प्राप्त कर सकता है।
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया, “वेद-शास्त्रों के अनुसार, व्यक्ति की आय का दशमांश समाज के पीड़ित और असहाय जनों की अमानत होती है। जब वह अमानत समय पर उन तक पहुँचा दी जाती है, तभी सच्चे अर्थों में मानव धर्म निभाया जाता है।”
ट्रस्ट के सदस्यगण ने बताया कि शहर में ऐसा कोई भी पात्र बेसहारा परिवार न छूटे, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही, पंचकूला और उसके आसपास के इलाकों में कम से कम 10,000 जरूरतमंदों तक मदद पहुँचाने का संकल्प लिया गया है। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाखों लोगों तक यह सेवा पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस सेवा से मिलने वाले लाभ के विषय में प्रवक्ता ने कहा, “जो आत्मिक आनंद दूसरों की भलाई के लिए अपने स्वार्थ का त्याग करके प्राप्त होता है, वह भौतिक संसाधनों के उपभोग से संभव नहीं। इसलिए हम सभी से आग्रह करते हैं कि वे इस अभियान से जुड़कर सच्ची खुशी का अनुभव करें और मानव सेवा में अपना योगदान दें।”
यह “विश्वस्तरीय निष्काम सेवा अभियान” 1 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक चलाया जाएगा।
इस अवधि में इच्छुक व्यक्ति अपने संसाधनों के अनुसार किसी भी रूप में – भोजन, वस्त्र, जरूरी सामग्री या आर्थिक सहायता के माध्यम से – सहभागिता कर सकते हैं।
