डॉ जसपिंदर नरूला ने छात्रों और शिक्षकों को विरासत और गुरमत संगीत के लिए प्रेरित किया
चंडीगढ़ , 14 नवम्बर 2024
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, सप्तसिन्धु फोरम और निवेदिता ट्रस्ट के द्वारा गोल्डन जुबली हाल मे क्लासिकल म्यूजिक कानक्लेव का आयोजन किया गया। इस कानक्लेव में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त क्लासिक और पार्श्व गायिका डॉ जस्पिंदर नरूला द्वारा ट्राईसिटी चंडीगढ़ और पंजाब के 250 के करीब संगीत और कला निकायों के अध्यापकों और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन शास्त्रीय संगीत और गुरमत संगीत के लिए किया।
कानक्लेव का आरंभ दीप ज्योति प्रज्वलित कर हुआ। पहले सत्र में श्री प्रदीप जोशी, सुश्री डॉ जस्पिंदर नरूला, डॉ पंकज माला और बॉलीवुड और पालीवुड के सितारों बीनू ढिलों और कुलराज रंधावा ने संगीत के इस ज्ञान यज्ञ का शुभारम्भ किया। डॉ वीरेंद्र गर्ग के सप्तसिन्धु और डॉ पंकज माला के सप्तसिन्धु की धरती पर संगीत के उद्गम और विकास यात्रा पर व्याख्यान ने सभी को दस हज़ार वर्षों के समृद्घ ऐतिहासिक विरासत से परिचित करवाया। डॉ नंदिता सिंह ने अपने व्याख्यान में संगीत और सप्तसिन्धु के विषय को नई शिक्षा नीति के सन्दर्भ में चर्चा की। बॉलीवुड की जानी-मानी पार्श्व गायिका डॉ जस्पिंदर नरूला ने श्रोताओं से बात करते हुए कहा प्रभु कृपा से संगीत की दुनिया और बॉलीवुड में सफलता और प्रसिद्धि अर्जित करने के बाद उनका मन है के वह पंजाब में क्लासिकल संगीत के प्रसार के लिए समय देंगी। उनके पिता और प्रसिद्ध संगीतकार स्वर्गीय केसर सिंह नरूला की याद को समर्पित कानक्लेव पंजाब के संगीत जगत के शिक्षार्थी और अध्यापकों के मार्गदर्शन और प्रशिक्षण के लिए एक अनूठा प्रयास रही। दो घंटे लगातार श्रोताओ ने डॉ जस्पिंदर नरूला जी को साँस रोक कर सुना और उनसे सवाल पूछे। डॉ जस्पिंदर नरूला ने अपने लोकप्रिय गीतों को सुनाया भी, श्रोताओं को ज्ञान की प्राप्ति और आनंद की अनुभूति एक ही साथ हुई।
श्री प्रदीप जोशी जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में समाज जीवन में संगीत परम्परा के महत्त्व पर बात करते हुए भारत की समृद्ध संगीत परम्परा से नई पीढ़ी को अवगत करवाने के प्रयास को और बढ़ाने पर बल दिया।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि पंजाब विश्वविद्यालय की उपकुलपति डॉ रेणु विग और विशेष अतिथि रायत बाहरा विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ परविंदर सिंह रहे। डॉ रेणु विग ने कहा नई शिक्षा नीति के अंतर्गत संगीत और सप्तसिन्धु विषय पर अधिक खोज एवं प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए पंजाब विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। डॉ परविंदर सिंह ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में संगीत की भूमिका पर बल दिया। डॉ सपना नंदा प्रिन्सिपल एजुकेशन कालेज ने योग और संगीत के जीवन में महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ लतिका शर्मा डीन एल्युमनी पंजाब विश्वविद्यालय ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। इस अवसर पर डॉ जस्पिंदर नरूला जी द्वारा गाया गया शब्द “ताती वाऊ ना लगाई” का वीडियो भी रिलीज किया गया। कार्यक्रम में सहभागी शिक्षक और शिक्षार्थी इस कार्यक्रम से अति प्रसन्न दिखे, उन्होंने कहा ऐसे प्रयास लगातार हों। इस कार्यक्रम में डॉ अनिता कौशल, डॉ नीरू मलिक, डॉ नवनीत कौर, डॉ कल्याणी, डॉ निधि गौतम, कर्नल अंशुला, डॉ पवित्रा रानावत, डॉ शिवानी सिंह, परमिंदर कौर, मोनिका जिंदल, डॉ लिपिका, डॉ हरीश कुमार, प्रभजोत सिंह, डॉ नीरज कुमार, डॉ तेजिंदर भारद्वाज, डॉ शिवानी अग्रवाल, पूजा महाजन और अतुल जी ने महत्तवपूर्ण भूमिका अदा की।