चंडीगढ़, 1 फरवरी 2025 — आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रेम गर्ग ने केंद्रीय बजट 2025-26 की कड़ी आलोचना करते हुए इसे “पुरानी शराब नई बोतल में” करार दिया। उन्होंने कहा कि हर साल वित्त मंत्री ऐसे बजट पेश करते हैं जैसे देश उसी साल आर्थिक महाशक्ति बन जाएगा, लेकिन हकीकत यह है कि अब तक किसी भी वित्त मंत्री ने अपने पिछले बजट की वास्तविक उपलब्धियों पर कभी बात नहीं की।
चुनाव केंद्रित कर प्रपंचित कर दिए गए कर प्रस्ताव
प्रेम गर्ग ने कहा कि प्रत्यक्ष कर प्रस्ताव, विशेष रूप से आयकर छूट की सीमा को ₹7 लाख से बढ़ाकर ₹12 लाख करना, दिल्ली चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया एक राजनीतिक फैसला है। उन्होंने तर्क दिया कि सरकार ने बजट में मध्यम वर्ग को राहत देने का दिखावा किया है, लेकिन यह वास्तव में एक चुनावी लॉलीपॉप है और आर्थिक सुधारों से ज्यादा वोट बैंक राजनीति को साधने का प्रयास है।
महत्वपूर्ण क्षेत्रों की अनदेखी
गर्ग ने स्वीकार किया कि सरकार द्वारा स्टार्टअप्स के लिए ₹10,000 करोड़ के फंड ऑफ फंड्स और डीपटेक फंड की घोषणा एक सकारात्मक कदम है। लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि ये योजनाएं स्टार्टअप इकोसिस्टम में वास्तविक परिवर्तन लाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने रोजगार सृजन, लघु उद्योगों और कृषि क्षेत्र के लिए अधिक ठोस समर्थन की मांग की।
अधूरे वादे और राजकोषीय घाटे की चिंता
गर्ग ने पिछले बजटों का जिक्र करते हुए कहा कि हर साल बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में कोई बदलाव नहीं होता। उन्होंने सरकार द्वारा घोषित वित्तीय घाटे को 4.4% तक सीमित करने के लक्ष्य पर संदेह जताया, यह कहते हुए कि वर्तमान आर्थिक स्थिति में इसे पूरा करना बेहद मुश्किल होगा।
प्रेम गर्ग ने सरकार से सिर्फ दिखावटी वादों से आगे बढ़कर ठोस योजनाएं लागू करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बजट को केवल पुराने विचारों को नई पैकेजिंग में पेश करने के बजाय स्थायी विकास, समान आर्थिक अवसर और आम जनता के वास्तविक कल्याण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।