Chandigarh
सरकारी वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन महाविद्यालय, सेक्टर-50, चंडीगढ़ के एन.एस.एस. पूर्व छात्र संघ ने, प्राचार्या डॉ. निशा अग्रवाल, डीन डॉ. संगम कपूर तथा उप-प्राचार्य डॉ. अमरप्रीत सिंह सिज्जेर के दूरदर्शी नेतृत्व में, साइबर सुरक्षा जागरूकता पर एक ऑनलाइन सत्र का आयोजन किया।
इस सत्र का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को शिक्षित एवं सशक्त बनाना था ताकि वे स्वयं को, अपने डेटा को और डिजिटल प्रणालियों को साइबर खतरों से सुरक्षित रख सकें।
यह ऑनलाइन सत्र एडवोकेट आयुष आहूजा (प्रैक्टिसिंग एडवोकेट, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय) द्वारा संचालित किया गया। भारत को साइबर अपराध–मुक्त देश बनाने के संकल्प के साथ, उन्होंने लोगों को बढ़ते साइबर धोखाधड़ी और ठगी के खतरों से अवगत कराने पर जोर दिया।
सत्र में डिजिटल दुनिया में स्वयं को सुरक्षित रखने के व्यावहारिक उपायों को समझाया गया और यह संदेश दिया गया कि सतर्कता एवं जानकारी ही ऑनलाइन अपराधों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
सत्र के दौरान हाल ही के ऑनलाइन घोटालों, फर्जी निवेश योजनाओं और राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन (1930) के उपयोग पर विशेष जानकारी दी गई। साथ ही सुरक्षित इंटरनेट उपयोग, डिजिटल लेन-देन की सुरक्षा और ऑनलाइन ऑफ़रों की सत्यता की जाँच जैसे व्यावहारिक मार्गदर्शन साझा किए गए। प्रतिभागियों को सतर्क रहने, अपनी ऑनलाइन सुरक्षा की व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने, घटनाओं की तुरंत रिपोर्ट करने और निवारक उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
उदाहरणों और सरल दिशा-निर्देशों के माध्यम से सभी को साइबर-जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया गया।
मुख्य संदेश स्पष्ट था – जागरूकता, सतर्कता और तकनीक के जिम्मेदार उपयोग से हर व्यक्ति एक सुरक्षित डिजिटल दुनिया बनाने में योगदान कर सकता है और भारत को साइबर अपराध–मुक्त बनाने की दिशा में सहयोग दे सकता है।
