NMIMS चंडीगढ़ नेमैराथन जर्सी का अनावरण किया और लोगो को कैंसर के बारे मे जागरूक करने के लिए हाफ मैराथन का आयोजन कर रहा हैl

चंडीगढ़, 24 फरवरी 2025 – चंडीगढ़ जल्द ही एक पेरणादायक आयोजन का गवाह बनेगा, जो स्वस्थ ,
जागरकता और सामुदाियक भावना को एक साथ लाएगा। नरसी मोनजी इंिसटूट ऑफ मैनेजमेट सडीज़ (NMIMS) चंडीगढ़ ने आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब मेअपनी वार्षिक हाफ मैराथन के बहुप्रतीक्षित तीसरे
संसरण की आधिकारिक घोषणा की। यह मैराथन रविवार, 9 मार्च 2025 को आयोिजत की जाएगी और
इसका उद्देश्य कैसर की रोकथाम, शुरआती पहचान और हिम्मत की शक्ति के बारे मे जागरुकता फैलाना है।
घोषणा के बाद प्रोफेसर (डॉ.) रश्मी खुराना नागपाल (कैपस डायरेकर, NMIMS चंडीगढ़), डॉ.ज्योत्सना सिंह (एसोिसएट डीन, कंपूटर इंजीिनयिरंग/STME), डॉ. अंकित भारदाज (प्रोग्राम चेयरपसरन, स्कूल ऑफ कॉमसर) और डॉ. आशीष गुिलया (डायरेकर, होमी भाभा कैसर असपताल और िरसचरसेटर, नया
चंडीगढ़) की मौजूदगी मे मैराथन की जर्सी का अनावरण किया गया।
इस अिभयान को और सशकत बनाने के लिए, NMIMS चंडीगढ़ ने होमी भाभा कैसर असताल और िरसचर
सेटर (टाटा मेमोिरयल सेटर), चंडीगढ़ के साथ साझेदारी की है, ताकि चिकित्सा विशेषज्ञ, कैसर से बचे हए लोग और स्थानीय समुदाय मिलकर जागरकता फैला सके।
इस आयोजन मे लगभग 1,000 पितभािगयो के शामिल होने की उम्मीद है, जिन मे कैसर से बचे लोग और वे लोग भी जिन्होंने गंभीर बीमािरयो को हराया है—जो साहस और दढ़ संकल की भावना को दशारएंगे।
पो. (डॉ.) नागपाल ने कहा:
“हाफ मैराथन छात्रो मे हिम्मत, जागरकता और नेतृत्व के मूलो को सशकत करने वाला एक आयोजन है और हमे इसे एक वार्षिक परंपरा बनाने पर गर्व है। NMIMS मे, हम समग्र विकास पर ध्यान देते है, जिसमे खेल और
व्यक्तिगत विकास गतिविधयो को अकादिमक अधयन के साथ जोड़ा जाता है। यह मैराथन मानवता,
अटूट साहस और जीवन की लड़ाई की शक्ति की एक प्रेरणादायक मिसाल बनेगी।”
डॉ. आशीष गुिलया (डायरेकर, होमी भाभा कैसर असताल) ने पारंिभक पहचान के महतव पर जोर देते हुए कहा: “कैसर के शुरआती लक्षणो को समझकर किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। समय रहते पहचान करने से न केवल इलाज के परिणामों मे सुधार होता है, बल्कि इस बीमारी को नियंत्रित और ठीक करना भी आसान हो जाता है। ऐसे प्रयास लोगो को स्वस्थ के प्रति और अिधक जागरुक बनाते है।”
NMIMS छात्र परिषद ने बताया कि हाइडेशन पॉइंट्स 1.5 किमी, 2.5, िकमी, 6.5 िकमी और 8 िकमी पर उपलब्ध होंगे टाइमिंग चिप मेट्स, स्टार्ट और फिनिश पॉइंट पर लगाए जाएंगेl दो एंबुलेंस वैन डॉक्टरों की टीम फिजियोथैरेपिस्ट ओर नर्सिंग स्टाफ किसी भी मेडिकल एमऱजेंसी के लिए मौजूद रहेगाl नरसी मोनजी हाफ मैराथन एक वार्षिक परंपरा बन चुकी है जो दौड़ने वालों को एक महत्वपूर्ण कारण के लिए एकजुट करती है इस साल की मैराथन स्वास्थ्य जागरुकता और साहस की शक्ति के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को पुनः स्थापित करती हैl भाग लेने के लिए साइन अप करें

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