राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्रवाद की प्राणवायु : देवशाली

  • संघ की राष्ट्रवाद की विचारधारा से डरती है कांग्रेस : देवशाली

नगर निगम के पूर्व पार्षद शक्ति प्रकाश देवशाली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र एवं कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे द्वारा कांग्रेस सरकार आने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाने के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और इसके नेता एक शताब्दी से आरएसएस को समाप्त करने का स्वप्न देख रहे हैं और उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मात्र एक संगठन और विचारधारा नहीं, अपितु भारतवंशियों के हृदय में बस रहे राष्ट्रवाद की प्राणवायु है।

देवशाली ने कहा कि संघ पर प्रतिबन्ध लगाने के प्रियांक खरगे के बयान से यह सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस के तीसरी पीढ़ी के नेता भी घृणा, विघटन और सामंतवादी सोच के ही पोषक हैं। लगभग साढ़े सात दशक पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने भी कहा था कि वे जनसंघ को कुचल देंगे और उनके प्रत्युत्तर में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था की हम इस कुचलने वाली मानसिकता को ही कुचल देंगे। कांग्रेस की विचारधारा में आज भी कोई अंतर नहीं आया है।

संघ की उपयोगिता बताते हुए देवशाली ने कहा कि संघ व्यक्ति निर्माण और राष्ट्र निर्माण में सतत प्रयासरत विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है जो जाति, धर्म, वर्ग, समुदाय, प्रांत, क्षेत्र से हटकर राष्ट्रीयता का प्रचार-प्रसार करता है। आरएसएस से वही लोग भयभीत हैं जिनकी राजनीतिक रोटियां सेंकने में संघ का राष्ट्रीय एकात्मता का भाव विघ्न उत्पन्न करता है। जिन आपदाओं में कांग्रेस नेता अपने घरों में छिप जाते हैं, उनमें संघ का स्वयंसेवक निःस्वार्थ रूप से अपने प्राणों को संकट में डालकर समाजसेवा करता है।

देवशाली ने कांग्रेस को चेताते हुए कहा कि जब तक इस धरा पर मानव रहेगा, संघ मिटेगा नहीं, यह प्रत्येक स्वयंसेवक का संकल्प है. आरएसएस दिन-प्रतिदिन पल्लवित और पोषित होगा। संघ बढ़ेगा तो भारत और अधिक सुदृढ़ होगा।

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