जैक फेंट की भारत दौड़ पहुंची मोहाली, सेक्टर-69 स्थित पैरागॉन स्कूल ने किया प्रेरक धावक का स्वागत

मोहाली, 18 सितम्बर 2025

ब्रिटिश अल्ट्रा-धावक जैक फेंट, जो मस्तिष्क ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी से जूझते हुए भी अद्भुत साहस और दृढ़ता दिखा रहे हैं, का मोहाली में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। वे भारत की संपूर्ण लंबाई 4,000 किलोमीटर से अधिक दूरी को मात्र 80 दिनों में तय करने के अपने असाधारण मिशन के तहत यहां पहुंचे। उनकी यह यात्रा कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से संघर्ष कर रहे लाखों लोगों के लिए धैर्य, आशा और प्रेरणा का सशक्त प्रतीक बन गई है।

कई भारतीय राज्यों को पार करने के बाद पंजाब में जैक का आगमन उनके अभियान का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। उनका मिशन पंजाब के नशा-मुक्त समाज (नशा मुक्ति) और कैंसर जागरूकता अभियानों के साथ जुड़ा है।

पैरागॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-69, मोहाली, जो छात्रों में स्वास्थ्य, फिटनेस और सामाजिक ज़िम्मेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध है, ने जैक का स्वागत कर उनके संदेश को व्यापक रूप से प्रसारित करने का संकल्प लिया।

पैरागॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-69 मोहाली के निदेशक एस. मोहनबीर सिंह शेरगिल ने कहा कि जैक फेंट की यात्रा हमारे छात्रों के लिए प्रेरणा का जीवंत उदाहरण है कि साहस और दृढ़ निश्चय से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। हमें गर्व है कि हम ऐसे अभियान का हिस्सा है, जो शारीरिक फिटनेस और सामाजिक जागरूकता दोनों को प्रोत्साहित करता है। इस अवसर पर उनके साथ प्रशासनिक निदेशक हर्षदीप सिंह शेरगिल भी उपस्थित रहे और विद्यालय की सामाजिक उत्तरदायित्व व युवा सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया।

यह असाधारण दौड़, ब्रह्म ज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी के आशीर्वाद से हंसाली वाले बाबा जी, संत बाबा परमजीत सिंह जी के नेतृत्व में, हंसाली खेड़ा रन 2025 अभियान का हिस्सा है। यह अभियान पंजाब भर में युवा भागीदारी, खेल, स्वास्थ्य पहल और सामुदायिक सेवा को बढ़ावा देता है। बाबा जी ने जैक को उनके मिशन की सफलता के लिए आशीर्वाद भी प्रदान किया।

इसके अतिरिक्त, नरगिस दत्त फाउंडेशन और जीतो अवेयरनेस कैंपेन, जो कैंसर रोकथाम, प्रारंभिक पहचान और जन-जागरूकता के क्षेत्र में अपने कार्य के लिए प्रसिद्ध हैं, भी इस पहल का समर्थन कर रहे है। उनका सहयोग जैक के संदेश को पूरे क्षेत्र में और अधिक प्रभावी ढंग से फैलाने में मददगार साबित हो रहा है।

जैक फेंट की यह दौड़ केवल एक शारीरिक उपलब्धि नहीं है, बल्कि एक परिवर्तनकारी आंदोलन है, जो परिवर्तन की प्रेरणा, जागरूकता का संदेश और एक स्वस्थ, सशक्त और करुणामय भारत के निर्माण का आह्वान है।

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