चंडीगढ़ कांग्रेस ने आज मोदी सरकार के संसद में सांसद मनीष तिवारी द्वारा पूछे गए सवाल की प्रतिक्रिया पर गहरा आश्चर्य और दुख व्यक्त किया, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शहर की कॉलोनियों में पुनर्वास इकाइयों के निवासियों को कोई मालिकाना हक नहीं दिया जाएगा।
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एच एस लक्की ने चंडीगढ़ भाजपा और उसके नेताओं की कड़ी आलोचना की कि वे मालिकाना हक देने के नाम पर लोगों से फॉर्म जमा करवाये और यहां तक कि इस का जश्न मनाने के लिए मिठाई बांटकर कालोनी निवासियों को गुमराह किया। हालांकि, अब जब केंद्र सरकार ने ऐसी किसी भी योजना से साफ इनकार कर दिया है, तो सच्चाई सामने आ गई है। इन कॉलोनियों के निवासी भाजपा के कार्यों से धोखा और निराशा महसूस कर रहे हैं, जिसने उनकी उम्मीदों और आकांक्षाओं का खुलेआम शोषण किया ।
लक्की ने आगे कहा कि भाजपा ने वंचितों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है और कांग्रेस पार्टी आने वाले दिनों में इस गरीब विरोधी रुख को जोरदार तरीके से उजागर करेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पुनर्वास पहल के तहत 1980 से अब तक आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को 34,965 आवास आवंटित किए गए हैं, जिसका उद्देश्य गरीबी को मिटाना और चंडीगढ़ को झुग्गी-झोपड़ी मुक्त शहर बनाना है।
सामाजिक न्याय के प्रति कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए लक्की ने आश्वासन दिया कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इन निवासियों को मालिकाना हक दिया जाएगा, जिससे उन्हें सम्मानजनक और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित होगा।
एच एस लक्की