युवाओं को नवाचार, सृजन और भारत की अर्थव्यवस्था को ऊँचाइयों तक ले जाने का आह्वान
चंडीगढ़, 22 अगस्त 2025: नेशनल अचीवर्स रिकग्निशन फोरम ने राष्ट्रीय राजधानी में एक बिजनेस कॉन्क्लेव का आयोजन किया, जिसमें चंडीगढ़ की डॉ. मोनिका बी. सूद, जो नवजीवन ग्रुप की सीईओ और नेशनल यूनिटी एंड सिक्योरिटी काउंसिल की चेयरपर्सन हैं, ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। उनका उद्देश्य युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करना था।
डॉ. मोनिका का संदेश युवा अचीवर्स के लिए स्पष्ट था: भारत का भविष्य उनके कंधों पर टिका है। उन्होंने बताया कि कैसे भारत में हर वर्ष लगभग 80,000 स्टार्ट-अप पंजीकृत हो रहे हैं, और इस बदलाव का श्रेय उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” की पहल को दिया। उन्होंने कहा, “आपके पास वे अवसर हैं जो हमारे पूर्वजों के पास नहीं थे। इन अवसरों का उपयोग नवाचार के लिए करें, सृजन के लिए करें और भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक ले जाएँ।
उन्होंने अपने परिवार की यात्रा को भी साझा किया और बताया कि उनके दादा, डॉ. अमरनाथ सूद ने 1923 में एक आयुर्वेदिक संस्थान की स्थापना की थी ताकि भारतीय दवाओं का निर्यात विदेशों में किया जा सके। उस समय जब औपनिवेशिक शासन भारतीय क्षमता को दबाना चाहता था, उनके दादा ने यह सिद्ध किया कि भारत दुनिया के सामने गर्व से खड़ा हो सकता है। डॉ. मोनिका ने कहा, “उन्होंने दासता को स्वीकार नहीं किया और दिखाया कि आयुर्वेद और भारतीय नवाचार विश्व को उपचार और प्रेरणा दे सकते हैं। उनका उद्देश्य युवाओं में आत्मनिर्भरता की भावना जगाना था।
उनके संबोधन का सबसे भावुक हिस्सा तब आया जब उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य पर बात की। उन्होंने चिंतित स्वर में एक चौंकाने वाला तथ्य साझा किया कि भारत में हर 13 मिनट में एक आत्महत्या होती है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे डिजिटल विकल्पों की तुलना में मानवीय संबंधों को अधिक महत्व दें। उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया को अपना सबसे अच्छा दोस्त मत बनने दें। इंसानों को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाइए। असली रिश्ते ही हमें जीवित, स्थिर और मजबूत रखते हैं।” उनकी ये बातें हॉल में बैठे कई युवाओं के दिल को छू गईं।
इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सदस्य श्री के. सी. त्यागी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत और मोंटेनेग्रो की मानद काउंसल डॉ. दरबारी भी मौजूद रहीं।
