चंडीगढ़। चितकारा यूनिवर्सिटी ने जैगल प्रीपेड ओशन सर्विसेज लिमिटेड के संस्थापक और एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, राज पी नारायणम, को उद्यमशीलता, स्टार्टअप मेंटरशिप और फिनटेक इनोवेशन में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए मानद डॉक्टर ऑफ लिटरेचर (मानद उपाधि) की उपाधि से सम्मानित किया है।
अकादमिक परिषद और बोर्ड आफ मैनेजमेंट द्वारा अनुशंसित यह प्रतिष्ठित उपाधि इंडियन स्टार्टअप इकोसिस्टम में राज के महत्वपूर्ण प्रभाव और उद्यमियों की भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन करने के लिए समर्पण और उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता का उत्सव है।
चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डॉ. मधु चितकारा ने राज की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा, “राज पी नारायणम नवाचार और उद्यमशीलता की भावना का उदाहरण है, जिसके लिए चितकारा यूनिवर्सिटी प्रयासरत है। फिनटेक उद्योग में उनका नेतृत्व और युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाने के प्रति समर्पण वास्तव में सराहनीय है। हम इस मानद उपाधि के साथ उनके योगदान को मान्यता देते हुए सम्मानित महसूस कर रहे है।
अपने स्वीकृति भाषण में राज पी नारायणम ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, ” चितकारा यूनिवर्सिटी से यह प्रतिष्ठित मानद डिग्री प्राप्त करते हुए बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मैं इस मान्यता के लिए चितकारा यूनिवर्सिटी का बहुत आभारी हूँ और में फिनटेक उद्योग और महत्वाकांक्षी उद्यमियों के विकास का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हूँ।
राज पी नारायणम एक विजनरी लीडर और भारत के उद्यमशीलता परिदृश्य में एक अग्रणी शक्ति हैं।47 विविध व्यवसायों में रणनीतिक निवेश और स्थापना और निकास के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ कई सफल उद्यमों के साथ, राज ने भारत में उद्यमशीलता परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी सलाह और वित्तीय सहायता ने कई स्टार्टअप को सशक्त बनाने के साथ कई उभरते उद्यमियों के सपनों को पंख लगाए हैं और भारत की गतिशील स्टार्टअप समुदाय की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान दिया है।
उनके नेतृत्व में, ज़ैगल एक अग्रणी फिनटेक फर्म के रूप में उभरी है, जिसने डिजिटल स्पेंड मैनेजमेंट में क्रांति ला दी है और लगातार 17 तिमाहियों तक लाभप्रदता बनाए रखी है। हाल ही में जारी किया आईपीओ, 13 गुना से अधिक ओवर सब्सक्राइब हुआ, जो कि उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) सहित उन पर लोगों द्वारा किए गए विश्वास को रेखांकित करता है। अपनी व्यावसायिक उपलब्धियों के अलावा, राज ने साहित्य में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिनमें उद्यमियों और प्रभावशाली महिलाओं की सफलता की कहानियां शामिल हैं। उनकी किताब, मेड इन हैदराबाद में 25 स्थानीय उद्यमियों की यात्रा पर प्रकाश डाला गया है, जबकि उनकी आगामी किताब 30 पावर वूमेन ऑफ हैदराबाद है।
राज की उपलब्धियों में बीडब्ल्यू फेस्टिवल ऑफ फिनटेक कानक्लेव एंड अवार्ड्स 2014 में ‘फिनटेक लीडर ऑफ द ईयर’ का खिताब शामिल है । उन्हें इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा एशिया के सबसे होनहार व्यवसायियों में से एक के रूप में मान्यता दी गई है और उन्हें टी-हब से प्राइड ऑफ तेलंगाना अवार्ड और उद्यमी उत्कृष्टता पुरस्कार से भी नवाज़ा गया है।
चितकारा यूनिवर्सिटी राज पी नारायणम को इस सुयोग्य सम्मान के लिए बधाई देता है और उद्यमिता और नवाचार के क्षेत्र में उनके निरंतर योगदान के लिए तत्पर है।