- पांडुलिपि में अनुदान सहायता योजना के अंतर्गत राज्यपाल ने डॉ विनोद कुमार को किया सम्मानित
चंडीगढ़। चंडीगढ़ साहित्य अकादमी का वार्षिक पुरस्कार समारोह संपन्न हो गया है। कार्यक्रम माननीय राज्यपाल, पंजाब और प्रशासक, चंडीगढ़, बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। यह कार्यक्रम रंधावा ऑडिटोरियम, पंजाब कला परिषद सेक्टर- 16बी, चंडीगढ़ में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ। राजीव वर्मा, आईएएस, प्रशासक के सलाहकार, यू.टी., चंडीगढ़ ने राज्यपाल को गुलदस्ता भेंट किया। चंडीगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने मुख्य अतिथि और अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने हज़ारी प्रसाद दिवेदी, मुंशी प्रेम चंद, सुभद्रा कुमारी चौहान, तुलसीदास आदि का भी जिक्र किया। चयनित पांडुलिपि में अनुदान सहायता योजना के अंतर्गत डॉ. विनोद कुमार, विमला गुगलानी, दलजीत कौर, अनंत शर्मा, रेखा मित्तल, शैली विज, अनुराधा अग्निहोत्री, मंजू मल्होत्रा, संगीता शर्मा, सुरेंद्र पाल, राजिंदर कुमार सोंध, पीयूष कुमार, सुखविंदर कौर, शायर भट्टी, मनप्रीत सिंह, जिज्ञासा खरबंदा, विनोद खन्ना सम्मानित किया गया।वर्ष की सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार अनीश गर्ग, अजय सिंह राणा ओम प्रकाश सोंधी, निर्मल जसवाल, जसविंदर शर्मा, सुभाष शर्मा. प्रीतम डोमेल बलविंदर चहल, गुरदीप गुल, रेनू बहल को मिला। मान्यता पुरस्कार 2024 में राजेंद्र कुमार कनौजिया, सुमिता मिश्रा, प्राणनाथ पंकज, स्वराजबीर, जरीना नगमी शामिल थे।चंडीगढ़ साहित्य अकादमी द्वारा माननीय राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। धन्यवाद ज्ञापन चंडीगढ़ साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष, मनमोहन सिंह किया गया। इस मौके पर सुभाष भास्कर, प्रेम विज, केके शारदा, राजेश शर्मा आदि भी उपस्थित थे।