- मतदाता सूचियों में फ़र्जी प्रविष्टियों की जांच रुकवाने के लिए भाजपा नेता लामबंद।
चंडीगढ़ कांग्रेस ने भारतीय चुनाव आयोग द्वारा की जा रही गम्भीर गड़बड़ियों का अंधा समर्थन करने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों पर कड़ी आपत्ति जताई हुए यह आशंका जताई है कि भाजपा और चुनाव आयोग मिल कर भारतीय लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं।
चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने आरोप लगाया कि मध्य बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में ही चुनाव आयोग द्वारा तैयार की गई मतदाता सूचियों में ही 100250 वोट फर्जी पाए गए हैं और कहा कि यह ऐसा गम्भीर सवाल है जिसका जवाब केवल केंद्रीय चुनाव आयोग को ही देना चाहिए। पर हैरानी की बात है कि जवाब भाजपा के छोटे बड़े नेताओं की तरफ़ से आ रहे हैं।
लोगों को कम्प्यूटर पर पढ़ी जा सकने वाली बिना एन्करिप्शन की मतदाता सूचियाँ उपलब्ध न कराने के लिए चुनाव आयोग की आलोचना करते हुए, कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आयोग को डर है कि इससे देश भर में मतदाता सूचियों में उनके द्वारा की गई फर्जी प्रविष्टियों को कांग्रेस पार्टी अब उजागर कर देगी। कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे आरोप लगाया कि सरकार ने हाल ही में ही एक नया चुनावी नियम बनाया दिया है जिसके तहत पोलिंग के दौरान सीसीटीवी की बूथ वार फुटेज अब किसी को भी नहीं दी जाएगी। इससे पोलिंग के समय हुई गड़बड़ियों का कोई रिकार्ड बाहर नहीं आ पाएगा। अब सरकार द्वारा एक और नियम अधिसूचित किया गया है, जो आयोग को चुनाव परिणाम के 45 दिनों के भीतर चुनाव संबंधी सभी सामग्री नष्ट करने का अधिकार देता है। ऐसा जनता से अपनी गैरकानूनी और असंवैधानिक हरकतों को छिपाने के लिए किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि चुनाव प्रक्रिया और मतदाता सूचियों की सच्चाई और पवित्रता बनाए रखना चुनाव आयोग का संवैधानिक कर्तव्य है और चुनाव प्रक्रिया में जब भी कोई छोटी या बड़ी गड़बड़ी सामने आए, तो उसे उसकी गंभीरता से जाँच करानी चाहिए। वर्तमान मामले में तो केवल एक विधानसभा क्षेत्र के विश्लेषण से ही चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची में एक लाख से ज़्यादा फ़र्ज़ी मतदाताओं की मौजूदगी का पता चलता है।
यह आरोप लगाते हुए कि जब भाजपा चुनाव आयोग के विवादास्पद कार्यों का समर्थन करने के लिए बार-बार बयान जारी करती है, तो स्पष्ट रूप से यह भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत को दर्शाता है, उन्होंने कहा कि अब यह साफ़ हो चुका है कि भाजपा के लिए वोट चुराने के असंवैधानिक और अनैतिक प्रयासों में चुनाव आयोग भी पूरी तरह से शामिल है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों में फ़र्जी प्रविष्टियों की जांच के सवाल पर देश भर के भाजपा नेता भारी घबराहट है और वह इस जांच को रुकवाने के लिए लामबंद हो रहे हैं।
