Chandigarh
प्राचीन कला केंद्र द्वारा आज यहाँ एक विशेष संगीत संध्या का आयोजन केंद्र के 35 स्थित एम एल कौसर सभागार में सायं 6:30 बजे से किया गया जिस में चंडीगढ़ के गायक राजेंद्र सागर द्वारा संगीत संध्या की प्रस्तुति पेश की गयी .
राजेंद्र सागर ने प्रसिद्द शास्त्रीय गायक एवं गुरु पंडित यशपाल जी, श्री भूपिंदर शीतल , एवं श्री अरविन्द दत्त जी के के सानिध्य में संगीत की शिक्षा प्राप्त की है . आज के कार्यक्रम में राजेंद्र ने कुछ प्रसिद्द भजन गए कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया .गांधी जी के कुछ प्रिय भजनों को पेश करके राजिंदर ने खूब तालियां बटोरी .
हे राम से आरम्भ करके उन्होंने राम का गुणगान करिये , सुख के सब साथी , पायो जी मैंने राम रतन धन पाइयो के अतिरिक्त कुछ राष्ट्रभक्ति गीत भी प्रस्तुत किये जिन में वतन पे जो फ़िदा होगा , है प्रीत जहाँ की रीत सदा इत्यादि प्रसिद्द गीत पेश किये . रघुपति राघव राजा राम जैसे खूबसूरत भजन से कार्यक्रम का समापन करके राजिंदर ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया . इनके साथ तबले पर दीपक ढींगरा , बांसुरी पर प्रकाश चाँद तथा कीबोर्ड पर जसवंत सिंह ने बखूबी संगत करके समां बांधा .
आज के कार्यक्रम का संचालन केंद्र के गुरमत विभाग के हेड डॉ मलकीत सिंह जंडियाला ने किया कार्यक्रम के अंत में डॉ मलकीत सिंह जंडियाला ने कलाकारों को पुष्प और मोमेंटो देकर सम्मानित किया