चंडीगढ़, 9 मार्च (): चंडीगढ़ की प्रसिद्ध लेखिका हिताक्षी शर्मा की दूसरी पुस्तक “वाराणसी से गौमुख (यात्रा डायरी)” का विमोचन किया गया। इस प्रेरणादायक यात्रा वृत्तांत को पंजाब विश्वविद्यालय की माननीय कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) रेनू विग एवं सेंटर फॉर सोशल वर्क के डॉ. गौरव गौड़ ने लोकार्पित किया।
“वाराणसी से गौमुख” केवल एक यात्रा विवरण नहीं, बल्कि यह आत्म-खोज, मानसिक अवरोधों को पार करने और अन्वेषण की परिवर्तनकारी शक्ति को दर्शाने वाली गहरी आत्मचिंतनशील पुस्तक है। इस पुस्तक में लेखिका ने बताया है कि कैसे कुछ स्थान हमें बुलाते हैं और किस प्रकार अनजान लोगों से हुई आकस्मिक मुलाकातें हमारे जीवन को नए दृष्टिकोण दे सकती हैं। पुस्तक में करुणा और आत्मविकास के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है।
यह पुस्तक पाठकों को अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलने और अपनी बहुप्रतीक्षित यात्रा योजनाओं की ओर पहला कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है। हिताक्षी शर्मा इस पुस्तक के माध्यम से यह संदेश देती हैं कि अपने सपनों को साकार करने के लिए किसी और की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती, बस आत्मविश्वास और संकल्प ही पर्याप्त हैं।
लेखिका हिताक्षी शर्मा कहती हैं, “यदि मेरी लेखनी से एक भी व्यक्ति सकारात्मक रूप से प्रभावित होता है, तो मैं अपना उद्देश्य पूरा हुआ मानती हूँ।
यह पुस्तक अब उन सभी पाठकों के लिए उपलब्ध है जो प्रेरणा और रोमांच की तलाश में हैं।