चंडीगढ़, 19 फरवरी 2025
विश्व अंतरिक्ष परिषद के संस्थापक और सीईओ नवदीप सिंह ने अपने विशेष संबोधन में विश्व अंतरिक्ष परिषद और विश्व अंतरिक्ष अकादमी की वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष शिक्षा और अनुसंधान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इस सत्र ने सतत विकसित हो रहे अंतरिक्ष क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।
युवा अंतरिक्ष सम्मेलन 2025 का सफल समापन 19 फरवरी को आईएसटीसी ऑडिटोरियम, सीएसआईआर-सीएसआईओ, चंडीगढ़ में हुआ। विश्व अंतरिक्ष परिषद द्वारा सीएसआईओ, चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया, जिसमें दुनिया भर से 2,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन ने उभरते वैज्ञानिकों, छात्रों और उद्योग जगत के नेताओं को अंतरिक्ष अन्वेषण, प्रौद्योगिकी और शिक्षा पर सार्थक चर्चाओं में शामिल होने के लिए एक मंच प्रदान किया।
17 फरवरी को कार्यक्रम का शुभारंभ प्रेरणादायक उद्घाटन सत्र से हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों के प्रेरक भाषणों के साथ दीप प्रज्वलन किया गया। इस अवसर पर आधिकारिक सम्मेलन स्मारिका का विमोचन भी किया गया। पहले दिन अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, ग्रह अन्वेषण और अंतरिक्ष यान प्रणालियों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनका नेतृत्व प्रमुख वक्ताओं डॉ. प्रकाश राव पी जे वी के एस, डॉ. मिला पत्रलेखा मित्रा और प्रदीप कुमार गुप्ता ने किया। इन चर्चाओं के बाद एक सांस्कृतिक संध्या और नेटवर्किंग डिनर आयोजित किया गया।
18 फरवरी दूसरे दिन नासा के अंतरिक्ष यात्री ग्रेगरी ई. चेमिटॉफ के साथ एक वर्चुअल संवाद आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने अंतरिक्ष उड़ान और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर अपने अनुभव साझा किए। इस दिन अंतरिक्ष संचार में उभरती प्रौद्योगिकियों और मानव अंतरिक्ष मिशनों पर चर्चा की गई। इसके अलावा, रोमांचक रॉकेट प्रक्षेपण और स्काई वॉच सत्र का भी आयोजन किया गया।
19 फरवरी सम्मेलन के अंतिम दिन अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवाचार, स्टार्टअप सहयोग और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर ध्यान केंद्रित किया गया। प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, उद्योग जगत के अग्रणियों और अंतरिक्ष शिक्षा विशेषज्ञों ने रिमोट सेंसिंग, गाइडेंस और नेविगेशन प्रौद्योगिकियों, वित्त पोषण के अवसरों और वैश्विक शैक्षिक सहयोग पर चर्चा की। ‘शिक्षकों और छात्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष अवसर’ विषय पर एक विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व ग्रेगरी ई. चेमिटॉफ और दुनिया भर के विशेषज्ञों ने किया। इस सत्र में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष पहलों और उभरते वैज्ञानिकों के लिए करियर के अवसरों पर विचार-विमर्श किया गया।
दिन का समापन प्रदर्शनी के समापन समारोह, इसरो के ईओ डेटा हब ‘भूनिधि’ के परिचय सत्र पर आधारित डिजिटल क्विज और प्रतिभागियों के औपचारिक समूह चित्र के साथ हुआ। इस कार्यक्रम ने ज्ञान-साझाकरण, नवाचार और नेटवर्किंग को प्रोत्साहित किया और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी तथा शिक्षा के भविष्य की एक झलक प्रस्तुत की।
समारोह के समापन मौके नवदीप सिंह ने अपने संबोधन में सीएसआईओ चंडीगढ़ के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया ओर सीएसआईओ के निदेशक प्रो. शांतनु भट्टाचार्य और बिजनेस डेवलपमेंट ग्रुप प्रमुख नरेंद्र सिंह के योगदान की सराहना की। उन्होंने वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में बढ़ती रुचि और युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान में नवाचार के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
विश्व अंतरिक्ष परिषद और सीएसआईओ ने इस आयोजन में योगदान देने वाले सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों का हार्दिक धन्यवाद किया। युवा अंतरिक्ष सम्मेलन 2025 ने अंतरिक्ष संबंधित चर्चाओं और सहयोग के लिए एक नई मिसाल कायम की है और आने वाली पीढ़ी के अंतरिक्ष उत्साही लोगों पर अपनी गहरी छाप छोड़ी है।