चण्डीगढ़ में मेयर का कार्यकाल पांच वर्ष का होना जरूरी

चण्डीगढ़ में मेयर का कार्यकाल पांच वर्ष का होना जरूरी

ऑल इंडिया राजीव मेमोरियल सोसायटी, चण्डीगढ़ के सम्मान समारोह में कहा मनीष तिवारी ने

शहर की समस्याओं के लिए अफसरशाही जिम्मेदार

चण्डीगढ़ : चण्डीगढ़ नगर निगम को मोहाली और पंचकूला के मुकाबले में लगभग 5 गुणा अधिक फंड मिलते हैं, परंतु फिर भी यहां पैसे की तंगी रहती है। ये कहना है चण्डीगढ़ के सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी का। वे आज यहां ऑल इंडिया राजीव मेमोरियल सोसायटी, चण्डीगढ़ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के दौरान बोल रहे थे। उनके साथ चण्डीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एचएस लक्की भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्रफल के हिसाब से तो चण्डीगढ़ अपने पड़ोसी शहरों मोहाली व पंचकूला से कहीं कम है, परंतु फंड्स के मामले में ये 12 बाय 12 का शहर कहीं आगे है। मोहाली व पंचकूला को लगभग 200 200 करोड़ रुपए केंद्र से आते हैं जबकि चण्डीगढ़ को 1000 करोड़ मिलते हैं। उन्होंने कहा कि फंड्स की दिक्कत का जिम्मेदार उन्होंने यहां की अफसरशाही को ठहराया।

इस समारोह में मनीष तिवारी व लक्की को ऑल इंडिया राजीव मेमोरियल सोसायटी, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष राज नागपाल व अन्य पदाधिकारियों ने चण्डीगढ़ की बेहतरी के लिए किए जा रहे उनके प्रयासों के लिए उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर मौजूद लोगों ने उनसे चण्डीगढ़ की समस्याओं को लेकर अपनी बात रखी। मनीष तिवारी ने कहा के वे चण्डीगढ़ से जुड़ी समस्याओं का गहन अध्ययन कर रहे हैं व निदान भी कराएंगे। उन्होंने कहा कि चण्डीगढ़ में भी देश के अन्य निगमों की भांति मेयर का कार्यकार पांच वर्षों का होना चाहिए तभी वो यहां की समस्याओं से सही प्रकार से निपट सकता है।

इस मौके पर संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारी अशोक वालिया, बलजीत सिंह, विल्सन, रंजीव मल्होत्रा, तेजिंदर बसन, दलविंदर पॉल, आमिर, रचित नागपाल, प्रकाश सैनी, राहुल मल्होत्रा व सतीश आदि मौजूद रहे।

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